सोमवार, 8 अक्तूबर 2012

कवि को तो वही समझता है .....


         



  कवि को तो वही समझ सकता है जो,
  भावों को गुनना जानता हो;
  कविता के मर्म को जाने पढना जो,
  कवि  और कविता के मन की गहराईओं में झांकना हर किसी के बूते की बात भी नही !
  क्यूंकि कविता तो वही समझता है जो शब्दों की आत्मा तक पहुंचना जानता हो !!

 

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